उन्नाव
दुष्कर्म पीड़िता की मां की हत्या के मामले में
दरोगा-सिपाही निलंबित,
25 साल से लापता है आरोपी के पिता
पुलिस का कहना है तहरीर के आधार पर तीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने केवल अनुराग पाल को ही भागते हुए देखा था। घटना की जांच करने पहुंची पुलिस टीमों का (ऑफ रिकार्ड) कहना है कि प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया है कि उन्होंने केवल अनुराग को ही भागते हुए देखा है।
उन्नाव जनपद में दुष्कर्म पीड़िता की मां की हत्या, पीड़िता व उसके पिता को मरणासन्न करने की घटना के बाद अब पुलिस ने लीपापोती शुरू की है। एसपी ने एक दरोगा और सिपाही को निलंबित किया है। साथ ही प्रकरण की जांच सीओ को सौंपी है। पुलिस का कहना है तहरीर के आधार पर तीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने केवल अनुराग पाल को ही भागते हुए देखा था। घटना की जांच करने पहुंची पुलिस टीमों का (ऑफ रिकार्ड) कहना है कि प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया है कि उन्होंने केवल अनुराग को ही भागते हुए देखा है।
3 महीने पहले जमानत पर छूटे सामूहिक दुष्कर्म के मुख्य आरोपी अनुराग पाल पांच दिन पहले तीन जुलाई को गांव गया था। दुष्कर्म पीड़िता की मां व अन्य परिजनों ने आरोप लगाया था कि आरोपी ने खेत जा रही दुष्कर्म पीड़िता की छोटी बहन को बाइक से टक्कर मारी थी। उसने परिवार को खत्म करने की धमकी भी दी थी। पीड़ित परिवार ने आईजी प्रशांत कुमार को बताया कि उसी दिन फतेहपुर चौरासी थाने में इसकी शिकायत की थी, लेकिन पुलिस ने आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की।
हल्का इंचार्ज दरोगा और हेड कांस्टेबल निलंबित
आरोप है कि अगर पुलिस ने सख्ती की होती और आरोपी को ठीक से डांट भी देती तो वह परिवार पर जानलेवा हमला और पीड़िता की मां की हत्या जैसी घटना करने की हिम्मत नहीं जुटा पाता। हत्यारोपी ग्राम प्रधान का नजदीकी बताया जा रहा है। एसपी सिद्धार्थ शंकर मीना ने बताया कि हल्का इंचार्ज दरोगा दिलीप कुमार और हेड कांस्टेबल राजेश यादव को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। सीओ से जांच कराई जा रही है। जिसकी लापरवाही पाई जाएगी, सख्त कार्रवाई होगी।
घटना को हल्के में निपटाने की कोशिश
पुलिस का कहना है तहरीर के आधार पर तीन के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज की गई है। ग्रामीणों का कहना है कि उन्होंने केवल अनुराग पाल को ही भागते हुए देखा था। घटना की जांच करने पहुंची पुलिस टीमों का (ऑफ रिकार्ड) कहना है कि प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया है कि उन्होंने केवल अनुराग को ही भागते हुए देखा है। पुलिस का भी मानना है कि अनुराग ने सबसे पहले पीड़िता की मां को गोली मारी, वही बार-बार उसके खिलाफ शिकायत करती थी। इसके बाद उसने सो रही पीड़िता और उसके पिता पर हमला किया और बाद में खुद को गोली मारकर जान दे दी।
वारदात को अंजाम देकर भाग निकले तीनों
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अभी तक की जांच में सामने आया है कि मुख्य आरोपी (अब मृतक) अनुराग का छोटा भाई अनूप कई महीने से घर नहीं आया। गांव में केवल उसकी मां रीना ही रहती है। जबकि दूसरा नामजद आरोपी पुनीत यादव कई महीने से हरदोई के मल्लावां में बहन के यहां रह रहा है। हालांकि इस बिंदु पर जांच चल रही है कि हो सकता है योजना बनाकर रात में तीनों एकजुट हुए और वारदात को अंजाम देकर भाग निकले।
कानपुर से बुलाई गई फोरेंसिक एक्सपर्ट टीम
आईजी प्रशांत कुमार के निर्देश पर कानपुर जिले से एक फोरेंसिक टीम बुलाई गई। इस टीम में विधि वैज्ञानिक भी शामिल थे। टीम ने दुष्कर्म पीड़िता के घर और हत्यारोपी के आत्महत्या करने वाले स्थान का बारीकी से निरीक्षण किया और वीडियो व फोटोग्राफी भी की है। एसपी ने बताया कि फोरेंसिक टीम की रिपोर्ट आने पर केस में और तथ्य सामने आएंगे। मृतक के मोबाइल की भी जांच की जा रही है।
पुलिस ने पहले दर्ज की थी छेड़छाड़ की रिपोर्ट
अगस्त 2023 में सामूहिक दुष्कर्म की तहरीर देने के बाद पुलिस ने पहले छेड़छाड़ की रिपोर्ट दर्ज की थी। बाद में पीड़िता की मां ने पुलिस को पीड़िता की कक्षा आठ पास की मार्कशीट दी। इसके आधार पर पुलिस ने पीड़िता के कोर्ट में दिए गए बयान के आधार पर मुकदमे में पाक्सो एक्ट की धारा बढ़ाई। हालांकि इसके बाद आरोपी ने अपने वकील के माध्यम से पीड़िता की हाईस्कूल और इंटर की मार्कशीट न्यायालय में दाखिल की तो कोर्ट के आदेश पर पाक्सो एक्ट हटा। इसी आधार पर उसे जमानत मिल गई थी।
25 साल से लापता है खुदकुशी करने वाले आरोपी के पिता
वारदात करने के बाद आत्महत्या करने वाले आरोपी अनुराग पाल की मां रीना गांव के ही प्राथमिक स्कूल में रसोईयां हैं। उन्होंने बताया कि पति 25 साल पहले दूसरे प्रांत में कमाने गए थे। तबसे वापस नहीं आए। काफी पता लगाया गया लेकिन कुछ जानकारी नहीं हुई। हत्या में शामिल बड़ा बेटा अनूप और छोटा अनुराग ही परिवार का सहारा थे।
दोनों बेटों से ही उजड़ गया परिवार
मां ने आरोप लगाया है कि मेरा बेटा ऐसा था नहीं… लड़की ने उसे परेशान किया। लगातार उसका उत्पीड़न कर रही थी। इससे ऊबकर उसने यह कदम उठाया और अपना जीवन समाप्त कर लिया।
पति के पहले से लापता होने के साथ, घटना के बाद छोटे बेटे के आत्महत्या करने और बड़े बेटे के हत्यारोपी होने से परिवार ही उजड़ गया। दो बेटियां हैं, उनकी शादी हो चुकी है।
पिता का आरोप… जबरन लिखाया पुनीत का नाम
सामूहिक दुष्कर्म और हत्या में शामिल पुनीत यादव के पिता जगतपाल यादव ने बताया कि बेटा अपना काम करता था। दुष्कर्म की घटना में उसका जबरन नाम डाला गया था। जेल से छूटकर आने के बाद दोनों को परेशान किया जा रहा था। पहले से एक मुकदमा चलने और दूसरा हत्या का दर्ज होने से पिता और अन्य परिजन परेशान हैं।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट में दोनों के सिर में मिले छर्रे
पुलिस ने दुष्कर्म पीड़िता की मां और आत्महत्या करने वाले हत्यारोपी अनुराग के शव का पोस्टमार्टम कराया। उसमें दोनों की मौत गोली लगने से होने की पुष्टि हुई है। दोनों के सिर में छर्रे फंसे मिले हैं।
खुदकुशी करने वाले हत्यारोपी का वीडियो वायरल
दुष्कर्म पीड़िता की मां की हत्या और उसके बाद खुद को गोली मारकर आत्महत्या करने वाले आरोपी अनुराग ने एक वीडियो भी बनाया था। सोशल मीडिया पर वायरल 28 मिनट 37 सेकेंड के वीडियो में वह बता रहा है कि उसका वर्ष 2019 से प्रेम प्रसंग चल रहा था। एक ही गांव के होने से उसने लड़की को बात करने से मना भी किया, लेकिन वह नहीं मानी।
दोनों के बीच नजदीकी संबंध भी बने
हालांकि आर पी एस समाचार इस वायरल वीडियो की पुष्टि नहीं करता है। वीडियो में अपना नाम अनुज बताते हुए कह रहा है कि उसने लड़की से नजदीकी बनाने से मना कर दिया था, तो उसने अपने हाथ पर ब्लेड से कट मारे थे। डर के कारण वह चुप रहा। उसका कहना है कि जनवरी 2022 से वह उससे मिलने आती थी। इस दौरान दोनों के बीच नजदीकी संबंध भी बने। परिजनों को पता चला तो लड़की को दूसरी जगह भेज दिया था।
नाबालिग होने का हवाला देकर टालता रहा
करीब दो महीने बाद वह घर आई तो अपनी बहन और पिता के नंबर से फोन करती। तब मैं (आरोपी) ई-रिक्शा चलाता था। परेशान होकर मार्च 2023 में दिल्ली चला गया। उसके परिवार के कुछ लोग भी वहां थे। उनके सामने भी वह फोन पर बात करती थी। शादी करने की जिद की, तो नाबालिग होने का हवाला देकर टालता रहा। 26 जुलाई 2023 को दिल्ली से घर आया था। 27 जुलाई को वह उससे मिलने उसके घर आई और रात भर रुकी रही। 30 जुलाई 2023 को सुबह जब बाइक से खेत जा रहा था, रास्ते में उसकी मां ने रोका।
कपड़ा ठूसकर दुष्कर्म की बात कही गई थी
कहा कि जो तुम कर रहे हो सब पता है। इसके बाद उसी दिन रात को दिल्ली चला गया। पुनीत यादव का इससे कोई लेना-देना नहीं था। उसका भी जमीन के विवाद में नाम लिखवा दिया गया। एफआईआर में कपड़ा ठूसकर दुष्कर्म की बात कही गई थी, जबकि वह घर गया ही नहीं। वीडियो के अंत में वह बताता है कि ठान लिया है कि अगर अब रिपोर्ट दर्ज कराई गई, तो वह न खुद जिंदा रहेगा, न आरोप लगाने वालों को जिंदा छोड़ेगा। जब लड़के की कहीं सुनवाई ही नहीं होती तो जिंदा रहने का क्या फायदा।
रिपोर्ट आर पी एस समाचार
Author: आर पी एस न्यूज़
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