September 8, 2024 12:53 am
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8 अप्रैल को लगेगा साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानिए भारत पर प्रभाव और सूतक काल का समय

8 अप्रैल को लगेगा साल का पहला सूर्य ग्रहण, जानिए भारत पर प्रभाव और सूतक काल का समय चैत्र अमावस्या पर साल का पहला सूर्य ग्रहण लगने जा रहा है। ज्योतिषाचार्य रघुनाथ प्रसाद शास्त्री ने बताया कि  वैदिक ज्योतिष के अनुसार सूर्य और चंद्र ग्रहण समय- समय पर पड़ते हैं, जिसका प्रभाव मानव जीवन और … Read more

विभिन्न योनियों में बन्दी जीव परमेश्वर के अंश हैं

विभिन्न योनियों में बन्दी जीव परमेश्वर के अंश हैं, मायावादी दार्शनिक जीव को परमात्मा समझने की भूल कर बैठते हैं, वास्तव में परमात्मा एक मित्र के रुप में जीव के साथ रहता है। श्रीभगवान का अन्तर्यामी पक्ष परमात्मा तथा जीवात्मा दोनों ही शरीर के अन्दर हैं, अतएव कभी कभी यह समझने में भूल हो जाती … Read more

मांगें तो क्या मांगे भगवान् से…

*मांगें तो क्या मांगे भगवान् से…* भगवान् से माँगने के सम्बन्ध में एक कथा आती है कि एक बार भगवान् कृष्ण अर्जुन को साथ लेकर घूमने निकले। जाते-जाते घने जंगल में जा पहुँचे। कुछ और आगे बढ़े तो वहाँ पर सुनसान मैदान आ गया, कोई पेड़-पौधा नहीं। ग्रीष्म ऋतु थी, बड़ी गरम हवा चल रही … Read more

कृष्ण-अर्जुन कथा

*🙏जय श्री हरि 🙏* कृष्ण-अर्जुन कथा लीलाधारी तेरी लीला एक बार की बात है, महाभारत के युद्ध के बाद, भगवान श्री कृष्ण और अर्जुन द्वारिका गये। पर इस बार रथ अर्जुन चलाकर के ले गये। द्वारिका पहुँचकर अर्जुन बहुत थक गये। इसलिए विश्राम करने के लिए अतिथि भवन में चले गये। शाम के समय रूक्मनी … Read more

धर्म

〰〰🌼〰〰धर्म〰〰🌼〰〰 ‘धर्म मृत्यु की विधि से जीवन को पाने का द्वार है ।’—–संत हरिदास ने यह बात अपने शिष्य तानसेन से कहीं । पूर्णिमा की रात्रि थी, सब और चांदनी बरस रही थी । बाबा हरिदास नाव पर थे, नाव यमुना के जल में थी। नाव में उनके साथ तानसेन के अलावा कुछ अन्य शिष्य … Read more

हर साल दो बार नवरात्र त्योहार मनाने की गुप्त रहस्य :

हर साल दो बार नवरात्र त्योहार मनाने की गुप्त रहस्य : ————————————————————- भारत में ऋतुचक्र- परिवर्त्तन के साथ चान्द्र चैत्र और आश्विन माह में नवरात्र- त्योहार मनाने के पीछे तो आध्यात्मिक महत्व है, अधिकन्तु ऋतु परिवर्तन से जुड़े वैज्ञानिक महत्ता भी है। इस अवसर पर माता को स्तुति किया जाता है; यथा– “रोगानशेषानपहंसि तुष्टा रुष्टा … Read more

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