September 8, 2024 2:18 am
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आज का राशिफल व पंचांग

आज का राशिफल व पंचांग   आज सोमवार 12फरवरी, 2024 है विक्रम सम्वत सर: 2080 नल शक सम्वत 1945 शोभकृत् सुर्योदय :प्रातः 7:02पर होगा सूर्यास्त :शाम 06:09 पर होगा  माघ शुक्ल पक्ष तिथि तृतीय दिन के 05:44 तक तत्पश्चात चतुर्थी  नक्षत्र पूर्व भाद्रपद प्रातः 02:56 तक  तत्पश्चात । उत्तर भाद्रपद  योग सिद्ध रात के 02:37 … Read more

🌿🌼 सूर्य देव का नाम मार्तण्ड कैसे पड़ा 🌼🌿

🌿🌼 सूर्य देव का नाम मार्तण्ड कैसे पड़ा 🌼🌿 ये कहानी सूर्य देव के जन्म से जुड़ी है। इस जगत्की सृष्टि करके ब्रह्माजी ने पूर्वकल्पों के अनुसार वर्ण, आश्रम, समुद्र, पर्वत और द्वीपों का विभाग किया। देवता, दैत्य तथा सर्प आदि के रूप और स्थान भी पहले की ही भाँति बनाये। ब्रह्माजी के मरीचि नाम … Read more

प्रश्न – हमारे महापुरुषों ने हमारे धर्म को “सनातन धर्म” क्यों कहा है?*

*प्रश्न – हमारे महापुरुषों ने हमारे धर्म को “सनातन धर्म” क्यों कहा है?* उत्तर – हमारे महापुरुषों ने हमारे धर्म को “सनातन धर्म” इसीलिये ही कहा है; क्योंकि जो सनातन आत्मा है, हम उसी “सनातन आत्मा” को ही अपना रूप अर्थात् स्वरूप मानते हैं, इस शरीरको नहीं और जो इस शरीरको ही अपना रूप मानते … Read more

*🪐ज्योतिष- ग्रह- नक्षत्र🪐*

*🪐ज्योतिष- ग्रह- नक्षत्र🪐* *🔸भाग्येश की महादशा-:* भाग्येश मतलब भाग्य का स्वामी, कुंडली में नवें भाव के स्वामी ग्रह को भाग्येश और नवम भाव को भाग्य कहते है।भाग्येश की महादशा या अन्तर्दशा का जीवन में आना बहुत ही शुभ और सोभाग्यशाली बात होती है क्योंकि भाग्येश की कुंडली में एक ऐसा ग्रह होता है जिसकी जानकारी … Read more

li.बड़ो-की-बात-मानो.li*

*li.बड़ो-की-बात-मानो.li* 🙏🏻🚩🌹 👁❗👁 🌹🚩🙏🏻 एक बड़ा भारी जंगल था, पहाड़ था और उसमें पानी के शीतल निर्मल झरने थे| जंगल में बहुत-से पशु रहते थे| पवर्त की गुफा में एक शेर, एक शेरनी और शेरनी के दो छोटे बच्चे रहते थे| शेर और शेरनी अपने बच्चों को बहुत प्यार करते थे| जब शेर के बच्चे … Read more

*♨️ प्रेरणा प्रसंग ♨️* *🌷 तप का प्रभाव 🌷*

  *♨️ प्रेरणा प्रसंग ♨️* *🌷 तप का प्रभाव 🌷* एक बार पृथ्वी पर जल-वृष्टि न होने के कारण चारों ओर सूखा आकाल पड़ गया था। ताल-तलैया और सरोवर सूख गए थे। कुओं में भी पानी नहीं रह गया था। कहीं भी हरियाली देखने को नहीं मिलती थी। मनुष्य, पशु और पक्षी जल के अभाव … Read more

रामायण और रामचरितमानस के 10 बड़े अंतर

रामायण और रामचरितमानस के 10 बड़े अंतर ************************************* वाल्मीकि कृत रामायण और तुलसीदास कृत रामायण में कई बड़े अंतर हैं। 1. काल का अंतर : महर्षि वाल्मीकि जी ने रामायण की रचना प्रभु श्रीराम के जीवन काल में ही की थी। राम का काल 5114 ईसा पूर्व का माना जाता है, जबकि गोस्वामी तुलसीदासजी ने … Read more

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